
क्या आपको पता है कि डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन कैसे करें व डिस्टेंस लर्निंग क्या है। (What is Distance Learning). डिस्टेंस लर्निंग के फायदे क्या है। (Benefits of distance learning). तो इस आर्टिकल हम आपको बताने जा रहे है कि डिस्टेंस लर्निंग क्या है. इसके क्या फायदे है। कैसे आप डिस्टेंस लर्निंग के जरिए घर बैठे ग्रेजुएशन या पोस्ट ग्रेजुएशन कर सकते है। सभी जानकारियां डिस्टेंस लर्निंग को लेकर आपको यहां मिलने जा रही है।
डिस्टेंस लर्निंग क्या है..? (What is Distance Learning)
हम मैं से कई लोग ऐसे होते है जो इंटर करने के बाद कई कारणों से आगे की पढ़ाई जारी नही रख पाते है। इसके सभी के साथ अलग-अलग कारण हो सकते है। कोई अपनी पारिवारिक समस्याओं के चलते, कोई आर्थिक समस्याओं के चलते, नौकरी के चलते या अन्य कई कारणों के चलते अपनी पढ़ाई जारी नही रख पाता है। जिसकी बाद शायद आप इंटर की पढ़ाई को रेगुलर (Regular) तौर पर करने में सक्षम ना हो। तो ऐसे लोगों की समस्याओं को ध्यान में रख कर कई यूनिवर्सिटी (University) डिस्टेंस लर्निंग (Distance Learning) के माध्यम से स्नातक औऱ परास्नातक (Graduation and Post Graduation) की डिग्री देती है। जिसमें आपको रेगुलर (Regular) तौर पर क्लास जाने की आवश्यकता नही होती है।
डिस्टेंस लर्निंग में केवल आपको फॉर्म भरना होता है औऱ परीक्षा देनी होती है। इसके अलावा आपको तैयारी घर से करने की अनुमति प्रदान की जाती है। कई बार सही मार्गदर्शन और सलाह ना मिलने की वजह से छात्रों का साल खराब चला जाता है। और पढ़ाई अधूरी ही रह जाती है। इसी को ध्यान रखकर हम यहां Distance Learning se Graduation करने की सभी जानकारी आपके साथ शेयर कर रहे है। ताकि आपको सही मार्गदर्शन मिल सकें। कि आप कैसे डिस्टेंस लर्निंग प्रोग्राम में एडमिशन (Admission) ले सकते है। औऱ अपनी पढ़ाई को जारी रख सकते है।
कैसे करें डिस्टेंस लर्निंग के जरिए ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन | How to do Graduation and Post Graduation through Distance Learning:-
डिस्टेंस लर्निंग के माध्यम से ग्रेजुएशन या पोस्ट ग्रेजुएशन (Graduation and Post Graduation) करने के लिए आपको इंटर की परीक्षा पास करना अनिवार्य है। इसके बाद किसी भी डिस्टेंस लर्निंग प्रोग्राम में हिस्सा ले सकते है। और बिना रोज क्लास जाकर अपनी पढ़ाई जारी रखकर डिग्री प्राप्त कर सकते है।
डिस्टेंस लर्निंग प्रोग्राम और रोज कालेज या स्कूल ना जाकर केवल आपको परीक्षा केंद्र पर जाकर परीक्षा देना होता है। औऱ परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद उस प्रोग्राम की डिग्री प्राप्त कर सकते है। देश में ऐसे कई सारी यूनिवर्सिटी है जो डिस्टेंस लर्निंग के जरिए पढ़ाई करवाती है। डिस्टेंस लर्निंग के जरिए आप ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन दोनों ही कर सकते है। इसके लिए आपको पता करना होगा की आपके पास में कौन-कौन से संस्थान, कॉलेज या यूनिवर्सिटी डिस्टेंस लर्निंग से पढ़ाई करवाती है।
इसके बाद आपको वहां जाकर केवल एडमिशन लेना होगा। इसके बाद आपको हर रोज कॉलेज जाने के झंझट से मुक्ति मिल जाएंगी। आज के इस आधुनिक इंटरनेट के युग में मोबाइल पर इंटरनेट के जरिए भी पता कर सकते है कि आपको पास मौजूद कौन सा कॉलेज और यूनिवर्सिटी डिस्टेंस लर्निंग के माध्यम से पढ़ाई करने की सुविधा दे रहा है। एडमिशन (Admission) लेने के बाद आप ऑनलाइन (Online) इंटरनेट की मदद से पढ़ाई भी कर सकते है। हालांकि पढ़ाई के लिए कई यूनिवर्सिटी डिस्टेंस लर्निंग प्रोग्राम में एडमिशन लेने वाले छात्र को पुस्तक भी भेजती है। जिसकी मदद से छात्र घर पर रह कर ही परीक्षा का तैयारी कर सकता है।
डिस्टेंस लर्निंग के फायदे – (Benefits of distance learning)
1. डिस्टेंस लर्निंग के माध्यम से पढ़ाई करने के कई फायदे मिलते है। अगर आप डिस्टेंस लर्निंग के जरिए पढ़ाई करने जा रहे है। या करने का मन बना रहे है तो आपको इसके फायदे भी पता होना चाहिए।
2. डिस्टेंस लर्निंग का सबसे बड़ा फायदा ये है कि इसमें हर रोज कॅालेज जानें की जरुरत नही पड़ती है।
3. इस प्रोग्राम में एडमिशन लेने के बावजूद आप जॉब कर सकते है..या अगर कही कर रहे है तो उसे जारी रख सकते है।
4. आर्थिक रुप से कमजोर छात्रों के लिए बेहतर है क्योकि रेगुलर के मुकाबले डिस्टेंस लर्निंग प्रोग्राम फीस काफी कम होती है।
5. डिस्टेंस लर्निंग प्रोग्राम में स्नातक एवं परास्नातक की पढ़ाई करने वाले छात्र अपना समय बचा सकते है।
डिस्टेंस लर्निंग करने के नुकसान (Disadvantages of distance learning)
हम और आप ये बहुत अच्छी तरह से जानते कि हर चीज के कुछ फायदे तो कुछ नुकसान होते है। इसी तरह से डिस्टेंस लर्निंग के कई फायदे है तो कुछ नुकसान भी है। तो हम आपको बताने जा रहे है कि अगर आप डिस्टेंस लर्निंग के जरिए किसी प्रोग्राम में Admission लेना चाह रहे है वो ग्रेजुएशन हो या पोस्ट ग्रेजुएशन तो इसके नुकसान क्या- क्या है।
1. डिस्टेंस लर्निंग में पढ़ाई के लिए रोज क्लास जाने की आवश्यकता नही होती है। इसलिए पढ़ाई के लिए माहौल नही बन पाता है।
पढ़ाई बोरिंग लगने लगती है।
2. डिस्टेंस लर्निंग प्रोग्राम ज्यादा तर लोग सिर्फ डिग्री लेने के लिए करते है। जिससे उन्हें उस प्रोग्राम बेहतर जानकारी नही हो पाती है।
3. कई यूनिवर्सिटी अपने Distance Learning Course में hidden fee रखती है।
4. कई बार यूनिवर्सिटी बुक औऱ परीक्षा के नाम पर छात्रों से ज्यादा फीस ले लेती है। इसलिए आप जब भी एडमिशन सभी जानकारी को कर लें।
डिस्टेंस लर्निंग कोर्स की मान्यता (Recognition of distance learning program, Course)
डिस्टेंस लर्निंग कोर्स के अंतर्गत आने वाले ग्रेजुएशन या पोस्ट ग्रेजुएशन करने वालें छात्रों में यह भ्रम रहता है कि डिस्टेंस लर्निंग प्रोग्राम की मान्यता,(manayta) रेगुलर कोर्स (Regular Course) के मुताबिक कम होती है। पर ऐसा नही होता है . डिस्टेंस लर्निंग कोर्स की मान्यता भी रेगुलर कोर्स के बराबर ही होती है। हां अक्सर कई जहां पर ऐसा होता है। जहां पर केवल रेगुलर कोर्स करने वालों को वरीयता दी जा जाती है। अधिकतर सरकारी नौकरी में भी रेगूलर और डिस्टेंस लर्निंग कोर्स को बराबर माना जाता है।
डिस्टेंस लर्निंग में एडमिशन के लिए फीस – Admission Fee of Distance learning Course
डिस्टेंस लर्निंग प्रोग्राम में एडमिशन लेने वालों छात्रों में एडमिशन औऱ कोर्स की फीस को लेकर असमंजस रहता है। क्योकि हर यूनिवर्सिटी (University) में हर प्रोग्राम की चाहें वो पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम हो या फिर ग्रेजुएट प्रोग्राम सभी की फीस अलग-अलग होती है। लेकिन अगर हम औसत खर्चे की बात करें तो डिस्टेंस लर्निंग प्रोग्राम में ग्रेजुएशन करने वाले छात्र को करीब एक कोर्स में 10 से 16 हजार के बीच का खर्च आ सकता है। वही अगर छात्र प्रोफेशनल डिग्री प्रोग्राम में एडमिशन लेता है तो ये फीस करीब 35 हजार से लेकर 60 हजार तक हो सकती है।
डिस्टेंस लर्निंग में करवाए जाने वाले प्रोग्राम या डिग्रियां (courses in distance learning)
B.A (बी.ए)
B.com (बी.कॅाम)
B.sc (बी.एससी
BBA (बीबीए)
BCA (बीसीए)
BMS (बीएमएस)
B.Tech (बी-टेक)
B.ed (बी-एड)
B.sc nursingh (बी-एससी नर्सिंग)
B.Pharma (बी-फॅार्मा)
डिस्टेंस लर्निंग कराने वाली टॉप यूनिवर्सिटी-
1. Top University for Distance Learning program
2. इंदिरा गांधी नेशनल यूनिवर्सिटी (Indira Gandhi National University , IGNOU)
3. सिक्किम मनिपाल यूनिवर्सिटी ( Sikkim Manipal University, SMU)
4. डाॅ बीआर अम्बेडकर ओपन यूनिवर्सिटी (Dr. BR Ambedkar Open University, BAOU)
5. नेताजी सुभाष यूनिवर्सिटी (Netaji Subhas university, NSU)
6. आईटीएम डिस्टेंस ओपेन लर्निंग इंस्टिटयूट। (ITM Distance open learning institute, ITMDOLI)
7. दिल्ली यूनिवर्सिटी (Delhi University, DU)
8. मद्रास यूनिवर्सिटी (Madras University, MU)
निष्कर्ष
इस पोस्ट में हमने जाना कि डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन कैसे करें। इसके क्या फायदे हैं और क्या नुकसान हैं। इसके आलावा अगर आप कोई और जानकारी चाहते हैं तो कमेंट कर सकते है।। या आप किस मुददे पर हमारा आर्टिकल चाहते है वो भी कमेंट कर सकते है।
Read Also
Nice Artical. Thanks All news India.☺️😊