
लखनऊः-योगी सरकार में अब उत्तर प्रदेश की 18वीं विधानसभा E-vidhan sabha होगी क्योंकि सत्र में ऐसा पहली बार होगा जब टेबलेट पर लॉगइन करने के बाद विधायकों की उपस्थिति दर्ज होगी। इसमें सभी सदस्य अपने टेबलेट पर ही लॉगिन करके अपने सवाल पूछ सकेंगे. यह पहला अवसर होगा जब यूपी के नव निर्वाचित विधायकों को एक हाईटेक तरीके से सत्र में शामिल किया जाएगा।
Youtube और Social Media पर होगा लाइव
विधानसभा को पूर्ण रूप से E-vidhan sabha बनाने के लिए विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा है कि विधानसभा सत्र की कार्यवाही को Youtube और Social Media के ऊपर भी लाइव होने वाली है, क्योंकि जनता को भी यह जानने का अधिकार है कि उनके द्वारा चुने गये प्रतिनिधि उनकी समस्याओं को सत्र में किस तरह से उठा रहे हैं। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का देश की सभी विधानसभाओं को e-vidhan के लिए प्रेरित करने के लिए एक अच्छा कदम है।
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प्रधानमंत्री नेरेंद्र मोदी ने देश की सभी विधानसभा को ई-विधान से जोड़ने के लिए कहा है। इसके चलते देश की सभी विधानसभा ई-विधानसभा हो जाएंगी। जिसकी शुरुवात यूपी से हो चूकी है, यूपी कि 18वीं विधानसभा सत्र की कार्यवाही पूरी तरह डिजटल माध्यम सें होंगी।
पूरी Vidhan sabha को पेपरलेस भी करने की तैयारी
आपको बता दें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देश की पहली E-vidhan sabha के सौंदर्य करण कार्यों और नेशनल ई- विधान एप्लीकेशन सेवा केंद्र का लोकार्पण किया और तो और विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना के साथ हाइट विधानसभा का निरीक्षण भी किया।
E-vidhan sabha की शुरुआत होने के बाद सदन में आने वाले सभी सदस्यों को मिले हुए पासवर्ड या फिर अपने फिंगरप्रिंट के जरिए टेबलेट को चालू करना होगा, इसके बाद सदन की पूरी कार्यवाही और उस दिन का एजेंडा उनके टेबलेट पर ही उपस्थित होगा। इसी के साथ प्रश्नकाल के दौरान 20 सदस्यों की ओर से पूछे जाने वाले सभी प्रश्न और उसके उत्तर इस टेबलेट पर उपस्थित होंगे इसके जरिए पूरी विधानसभा को पेपरलेस भी करने की तैयारी चल रही है।