राज्यसभा के लिए प्रदेश की 11 सीटों पर आखिर किसकी दावेदारी?

राज्यसभा Rajyasabha Election

लखनऊ : राज्यसभा के लिए प्रदेश के 11 सीटों पर हो रहे चुनाव में उन सभी दावेदारों की नजर लगी हुई है कि आखिर किसके भाग्य का पिटारा खुल रहा है राज्यसभा की 11 सीटों पर होने वाले चुनाव में BJP को वोट और सपा को 3 सीटें मिलना तय है। भाजपा गठबंधन के 273 और सपा के 125 विधायक हैं जनसत्ता लोकतांत्रिक और कांग्रेस के दो-दो बहुजन समाज पार्टी का एक विधायक है। जनसत्ता दल के 2 विधायकों का समर्थन BJP को मिल सकता है जबकि कांग्रेस और बसपा के किसी भी दल से गठबंधन नहीं होने से दोनों दल चुनाव से बाहर रह सकते हैं।

 

Rajyasabha Election

 

किस पार्टी की दावेदारी मजबूत?

  • सूत्रों के मुताबिक 1 सीट के लिए 36 विधायक का वोट चाहिए भाजपा के पास 273 विधायक हैं, ऐसे में उन्हें प्रथम और द्वितीय वरीयता क्रम के मतदान के आधार पर 8 सीट जीतने में कोई परेशानी नहीं होगी।
  • सपा के पास 125 विधायक हैं इस आधार पर उसे 3 सीट जीतने में कोई दिक्कत नहीं होगी लेकिन सवाल है की आखिर भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी में कौन-कौन राज्यसभा के उम्मीदवार हो सकता है।
  • जो चर्चा है भारतीय जनता पार्टी में सपा छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए पूर्व राज्यसभा सदस्य नरेश अग्रवाल भाजपा के मौजूदा राज्यसभा सदस्य शिव प्रताप शुक्ला संजय सेठ जफर इस्लाम और जयप्रकाश निषाद को फिर से राज्यसभा का टिकट मिल सकता है, चर्चा है उनके नाम पर कोर कमेटी ने भी मुहर लगा दिया है।
  • चर्चा है कि राज्यसभा चुनाव में पार्टी 8 सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी इनमें चार से पांच में उम्मीदवार यूपी से होंगे जबकि तीन से चार उम्मीदवार दिल्ली दरबार तय करेगा, इनमें दूसरे प्रदेश के नेताओं को भी यूपी राज्यसभा में भेजा जा सकता है।
  • एक नाम जिनका सबसे अधिक चर्चा है लक्ष्मीकांत बाजपेई का, उनको भी भेजा जा सकता है कि नहीं हालांकि भारतीय जनता पार्टी का एक कोट उनको भेजने के पक्ष में मजबूती से लगा हुआ है। उनका तर्क है कि विधानसभा चुनाव में सदस्यता अभियान की सफलता का सेहरा उन्हीं को जाता है।
  • दलित कोटे से संगठन में महामंत्री की जिम्मेदारी संभाल रही पूर्व सांसद प्रियंका रावत को भी राज्यसभा भेजा जा सकता है माना जाता है कि उनके ब्यूरोक्रेट्स पत्रिका दिल्ली दरबार में खास लिंकअप है उसी आधार पर 2019 में बाराबंकी से वो टिकट भी पाई थी और सांसद भी बनी थी हालांकि सब कुछ होना है।
  • दिल्ली दरबार से ही लेकिन प्रदेश भाजपा की ओर से 14 दावेदारों का पैनल केंद्रीय नेतृत्व को भेजा जाएगा और राज्यसभा चुनाव को लेकर एक बैठक भी हो चुकी है जिसमें दोनों डिप्टी सीएम के साथ ही प्रदेश अध्यक्ष व स्वतंत्र देव सिंह प्रदेश प्रभारी राज्य महंत और प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल मौजूद थे और यह बैठक मुख्यमंत्री के 5 कालिदास मार्ग पर हुई थी।

राज्यसभा पहुंचने के लिए एड़ी चोटी लग रहा जोर

समाजवादी पार्टी की बात करें तो यहां भी घमासान मचा हुआ है कि आखिर वह तीन लोग कौन होंगे जिनके नाम पर लाटरी खुलेगी। ऐसे में कारोबारी पूर्व नौकरशाह और पार्टी के पुराने वफादार ओ को मौका मिल सकता है। दूसरे राज्यों को भी कुछ चेहरे सपा के जरिए राज्यसभा पहुंचने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं जिन सदस्यों में एक महिला भी शामिल किए जाने की संभावना है सूत्रों के मुताबिक पार्टी ऐसे चेले को राज्यसभा में भेजने के विचार कर रही है जो किसी न किसी रूप में पार्टी के लिए उपयोगी हो सकता है, जाति गणित का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। चर्चा है कि पूर्व नौकरशाह आलोक रंजन भी इसी कतार में खड़े हैं।

Read More:-

क्या आपको पता है चुनाव लड़ने से पहले ही एमएलए (MLA) बन गए थे मुलायम।

UP Budget 2022 Previous post UP Budget 2022 : 23 मई से शुरू होगा यूपी का बजट सत्र
यॉर्कर-बॉल-कैसे-डाला-जाता-है Next post यॉर्कर बॉल कैसे डाला जाता है | yorker ball kaise dala jata hai ?

Leave a Reply

Your email address will not be published.