
लखनऊः 29 मई को यूपी बीजेपी की कार्यसमिति की बैठक होने जा रही है। इस बैठक में कई मुद्दों पर मंथन किया जाएगा। इस बैठक सीएम योगी भी संबोधित करेंगे। कार्यसमिति की बैठक का आयोजन लखनऊ में किया गया है। जानकारी के मुताबिक इस कार्यसमिति की बैठक में यूपी से आने वाले केंद्रीय मंत्रियों के साथ कुछ सांसदों को भी बुलाया गया है।
मिल सकता है नया प्रदेश अध्यक्ष-
29 मई को होने वाली इस बैठक को कई मायनों में अहम माना जा रहा है। माना जा रहा है कि 29 तारीख को होने वाली इस बैठक में प्रदेश अध्यक्ष के नए चेहरे पर भी मंथन किया जाएगा और नए यूपी बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष का इंतजार खत्म हो सकता है। इस बैठक में नए नामों पर चर्चा करने के साथ ही आगे के कार्यक्रमों की रूपरेखा भी तय की जाएगी।
प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए संभावित चेहरे –
यूपी में 2022 विधानसभा के चुनाव समाप्त होने और प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के सरकार में मंत्री बनने के बाद से बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के लिए नए चेहरे के लिए तलाश की जा रही है। खास बात ये है कि संगठन उसी के चेहरे पर अंतिम मुहर लगाएगा जो 2024 के चुनाव में यूपी में बीजेपी की परफॉर्मेंस को बेहतर रख सकें। क्योकि 2024 के लोकसभा चुनाव में भी यूपी की अहम जिम्मेदारी रहने वाली है। ऐसे संगठन 2024 के चुनाव को ध्यान में रख कर ही प्रदेश अध्यक्ष के चेहरे पर मोहर लगाएगा। फिलहाल जो चर्चा चल रही है। उसके मुताबिक कई नाम है जो इस समय यूपी बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए दावेदार माने जा रहे है। जिनमें पूर्व डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा, कन्नौज से सांसद सुब्रत पाठक, एमएलसी विद्यासागर सोनकर शामिल है।
मिशन 2024 की तैयारी में जुटी भाजपा-
मिशन 2024 की तैयारियों को लेकर बीजेपी पूरी तरह से सक्रिय हो चुकी है और 2024 के चुनाव को लेकर लगातार रणनीति बना रही है। 29 तारीख को होने वाली इस बैठक में सभी प्रदेश पदाधिकारी, मंत्री, प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य, जिला प्रभारी, जिला अध्यक्ष, मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष, क्षेत्रीय अध्यक्ष, महापौर और अन्य सदस्य बैठक में भाग लेंगे। बैठक के दौरान पार्टी 2024 के मध्य नजर रणनीति को तैयार करेगी। सभी पदाधिकारियों को चुनाव के लिए अलग-अलग जिम्मेदारी दी जाएगी। वहीं पार्टी संगठन चुनाव प्रचार और सरकार के कामकाज को लेकर भी रणनीति बनाएगा। इसके अलावा सरकार की उपलब्धियों को जनता के बीच कैसे पहुंचाया जाए, इस पर भी इस बैठक में चर्चा होगी।
जाति औऱ क्षेत्रिय समीकरणों को साधने की तैयारी –
29 तारीख को होने वाली इस बैठक में जाति और क्षेत्रीय समीकरणों को भी विशेष तौर पर अहमियत जी दी जाएगी और इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि यह समीकरण 2024 में चुनाव और उसके परिणामों को किस तरह प्रभावित कर सकते हैं। सारे परिवर्तन 2024 के लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए ही किए जाएंगे। जिसमें जाति और क्षेत्रीय समीकरणों का पूरी तरह से ध्यान रखा जाएगा। इसके आलावा अन्य समीकरणों को भी पूरी तरह से साधने की तैयारि की जाएगी।