इनदिनों हर jagah सोशल मीडिया और यूट्यूब पर बागेश्वर धाम श्री धीरेंद्र कृष्ण महाराज की चर्चा जोरों से है।

क्यूंकि ये सनातन हिंदू धर्म के बारे में प्रचार करते हैं इसी कारण से कई हिंदू विरोधी लोग भी इनको गिराने का काम कर रहे हैं।

इनका जन्म 4 जुलाई 1996 को गड़ा छतरपुर मध्य प्रदेश में हुआ। ये कॉफी गरीब परिवार में पले-बढे हैं। गरीबी के कारण ये वृंदावन जाकर आगे की पढ़ाई नहीं कर पाए थे।

इन्होने ज्यादातर समय अपने दादाजी के साथ व्यतीत किया, इनके दादा जी संस्कृत के महान जानकर भी थे जिन्होंने इन्हे रामायण और भागवत गीता का अध्ययन कराया।

हिंदू धर्म ग्रंथों से जुड़े हुए सभी महाकाव्य का अध्ययन कर उन्हें लोगों तक पहुंचाने के लिए दरबार लगाने लगे, इसी कारण कम उम्र में ही ये लोगों के गुरु भी बन गए।

इन्होने बागेश्वर धाम में स्थित हनुमान जी के मंदिर में ध्यान लगाना प्रारंभ कर दिया था और मानव कल्याण के लिए अपने आप को समर्पित कर दिया।

इन्होंने हमेशा अपना पूरा ध्यान ईश्वर भक्ति में लगा कर रखा और बचपन से ही भक्ति करने के कारण इन्हें कई सिद्धियां प्राप्त है।

इनके दिव्य दरबार में वे लोगों के मन की बात और समस्या पहले से ही अपने पर्चे में लिख लेते हैं, इसके पीछे का कारण वह गुरु प्रेरणा को बताते हैं।

जिससे की यह विश्वास कायम है की आज भी दिव्य शक्तियां मौजूद है और यह शक्तियां इस संसार में लोगों की समस्याओं का निवारण करने का काम कर रही है।

श्री धीरेंद्र कृष्ण महाराज को अनेकों लोग हनुमान जी का अवतार भी मानते हैं और इन्हें काफी श्रद्धाभाव के साथ पूज्यते भी है, लोग इन्हे चमत्कारी महाराज के नाम से भी जानते हैं।

उनके दरबार में लगाई हुई अर्जी कभी भी विफल नहीं होती है यह लोगों की समस्या उनके बोलने से पहले ही बता देते हैं तथा समस्या का निवारण भी कर देते हैं।

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